सुंदरकांड का पाठ

सुंदरकांड का पाठ शनिवार और मंगलवार करने से आपकी सभी परेशानियाँ दूर हो जाती है। जिस जगह यह पाठ किया जाता है वहा नकारात्मक उर्जा का वास नहीं होता। सभी घर में आत्मविश्वास से पूर्ण हो जाते है। ग्रहों की दशा सुधर जाती है। शनि की साढ़े साती व ढैय्या में इसका प्रयोग विशेष रूप से किया जाता है। इसके पाठ से हनुमान भक्तो पर शनि की विशेष कृपा रहती है। सुंदरकांड का पाठ करने वाले भक्त को हनुमान जी बल प्रदान करते हैं। उसके आसपास भी नकारात्मक शक्तिभटक नहीं सकर्ती, इस तरह की शक्ति प्राप्त करता है वह भक्त। जब भक्त का आत्मविश्वास कम हो जाए या जीवन में कोई काम ना बन रहा हो, तो सुंदरकांड का पाठ करने से सभी काम अपने आप ही बनने लगते हैं। हनुमान भक्त पर शनिदेव की कृपा स्वतः बरसने लगती है।