सफलता की प्राप्ति
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए एक उपाय यह भी बताया गया है कि शिव मंदिर में किसी शांत जगह बैठ कर ‘ॐ नमो धनदाय स्वाहा मंत्र’ का 11 बार जाप करें। ऐसा करने से धन वृद्धि, ऐश्वर्य और सफलता की प्राप्ति होती है।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए एक उपाय यह भी बताया गया है कि शिव मंदिर में किसी शांत जगह बैठ कर ‘ॐ नमो धनदाय स्वाहा मंत्र’ का 11 बार जाप करें। ऐसा करने से धन वृद्धि, ऐश्वर्य और सफलता की प्राप्ति होती है।
अगर आपकी याददाश्त कमजोर हो गई है तो सोमवार के दिन देवी सरस्वती की पूजा करें। मां सरस्वती को दूध, केसर और चावल से बनी खीर का भोग लगाएं। “ओम ऐं ह्रीं सरस्वतैय नमः” मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप करने से याददाश्त तेज होती है।
अगर आप शरीर में शारीरिक पीड़ा से परेशान हैं तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की मूर्ति के सामने लोटे में जल रखें और हनुमान बाहुक का पाठ करें। इस उपाय को लगातार 21 दिनों तक करें। पाठ करने के बाद जल ग्रहण करें। इस उपाय को करने से शारीरिक और मानसिक परेशानियां दूर हो जाती हैं।
लगातार 11 शनिवार तक गरीबों को पूड़ी भाजी का वितरण शुरू करें। इससे यह होगा कि आपकी आय कई गुना बढ़ेगी और निरंतर भी रहेगी।
ज्योतिष में ही नहीं बल्कि चिकित्सा में भी कहा जाता है कि दूसरो के कपड़े इस्तेमाल न करें। कहा जाता है कि यदि आप किसी और के पुराने कपड़े पहनेंगे तो किस्मत आपका साथ नहीं देगी।
अंगूठी को पुरुष और महिला दोनों द्वारा पहना जाता है। कुछ लोग अपनी अंगूठी में रत्न भी लगाते हैं। अंगूठी को कभी उधार नहीं लेना चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक संकट हो सकता है।
सुबह के समय आपको अपने घर के पूजा स्थल में माता लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर के सामने लाल पुष्प अर्पित करने चाहिए, साथ ही दूध से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इस उपाय को करने से धन से जुड़ी आपकी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं और आपके जीवन में आर्थिक तंगी नहीं आती।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, खाना खाते समय कभी भी जूते-चप्पल नहीं पहनने चाहिए। इसके अलावा, जिनकी वजह से आपको भोजन मिल रहा है, उनका धन्यवाद करना नहीं भूलना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, किसी का भी पेन लेना गलत होता है। इससे जीवन की प्रगति धीमी हो जाती है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सप्ताह के सातों दिनों पर अलग-अलग ग्रहों का प्रभाव होता है। दिन के अनुसार इन देवताओं की पूजा करने से सकारात्मक फल मिल सकते हैं। रविवार को सूर्य, सोमवार को चंद्र, मंगलवार को मंगल, बुधवार को बुध, गुरुवार को बृहस्पति, शुक्रवार को शुक्र, और शनिवार को शनि की पूजा करना श्रेष्ठ रहता है।