।। श्री हनुमान चालीसा ।।
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि हनुमान चालीसा कलियुग मे मनुष्य के जीवन का आधार है। इसका पाठ प्रायः प्रतिदिन किया जाता है, परंतु विशेष रूप से 41 दिन मे प्रतिदिन 100 पाठ कराने से कोई भी महत्वपूर्ण और मनोवांछित कार्य पूर्ण होता है।