भोजन बनाते समय
हमेशा प्रात:काल भोजन बनाते समय माताएं – बहनें एक रोटी अग्निदेव के नाम से बनाकर घी तथा गुड़ से बृहस्पति भगवान को अर्पित करें इससे घर में वास्तु पुरुष को भोग लग जाता है। इससे अन्नपूर्णा भी प्रसन्न रहती है।
हमेशा प्रात:काल भोजन बनाते समय माताएं – बहनें एक रोटी अग्निदेव के नाम से बनाकर घी तथा गुड़ से बृहस्पति भगवान को अर्पित करें इससे घर में वास्तु पुरुष को भोग लग जाता है। इससे अन्नपूर्णा भी प्रसन्न रहती है।
प्रात: स्नान करके भगवान शंकर के शिवलिंग पर जल चढ़ाकर 108 बार ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र की पूजा से युक्त दंडवत नमस्कार करना चाहिए।
शुक्र ग्रह के मजबूत होने से भौतिक सुख, यश, धन और खुशहाल दांपत्य जीवन होता है। शुक्रवार के दिन भगवान शिव की पूजा करें। इस दिन सुबह जल्दी उठकर साफ कपड़े पहनकर भगवान शिव की पूजा करें और सफेद मिठाई और सफेद फूल चढ़ाएं। इस तरह शुक्र को भी शांत किया जा सकता है।
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार गुरुवार का दिन देवताओं के गुरु बृहस्पति को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना एवं व्रत करने से भगवान विष्णु जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं बृहस्पति की पूजा भी शिवलिंग रूप में ही की जाती है। इसीलिए हर गुरुवार शिवलिंग पर चने की दाल और बेसन के लड्डू चढ़ाएं।
हर शनिवार को शनि की पूजा करें। यह ग्रहों के न्यायाधीश है। शनि को तेल चढ़ाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि हनुमानजी की पूजा से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
रूद्राक्ष की माला से प्रतिदिन ठीक सूर्योदय के समय पूर्व की ओर मुंह करके सूर्य की उपस्थिति में गायत्री मंत्र का जाप करने से भाग्य प्रबल होता है।
श्री गणेश की पूजा का विशेष दिन बुधवार है। इसके साथ इस दिन बुध ग्रह की प्रसन्नता के लिए भी पूजा की जाती है, क्योंकि बुधवार के स्वामी बुध ग्रह भी है। बुध और गणेश दोनों ही बुद्धि के कारक हैं। अत: इस दिन बुद्धि के दाता श्री गणेश को मोदक का भोग लगाकर पूजा करने से ज्ञान का वरदान प्राप्त होता है, और बुध ग्रह शांत होता है। बुध ग्रह के लिए हर बुधवार को हरी मूंग दान करें। गणेशजी को दूर्वा चढ़ाएं।
मंगल दोष का प्रभाव कम करने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से भी मांगलिक दोष कम हो जाता है। मंगल के लिए मंगलवार को शिवलिंग पर लाल मसूर चढ़ाएं। मंगल की पूजा शिवलिंग रूप में ही होती है। मंगलवार को शिवलिंग पर लाल गुलाब चढ़ाएं।
भगवान शंकर की सोमवार को पूजा करने से सभी ग्रह शांत होते हैं। लेकिन इसमें चंद्रमा प्रमुख होता है। चंद्र को भगवन शिव ने धारण भी किया है अत: इस कारण से शिव पूजा के साथ साथ चंद्रमा कि शुभता भी प्राप्त होती है जिससे व्यक्ति के जीवन में समृद्धि आती है।
सूर्य नारायण अपार शक्ति और तेज के देवता हैं। सूर्य भगवान की कृपा पाने के लिए हर रोज सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। रविवार को तांबे के लोटे में जल भरें, पुष्प डालें और सूर्य को अर्पित करें।