हाथ में धन नहीं रुकता
सब कुछ ठीक होने के बाद भी आपको लगता है की हमारे हाथ में धन नहीं रुकता तो आपको अपने घर के दक्षिण-पूर्व दिशा क्षेत्र से नीला रंग हटाने की जरूरत है। इस दिशा में हल्का नारंगी, गुलाबी रंगों का प्रयोग करें।
सब कुछ ठीक होने के बाद भी आपको लगता है की हमारे हाथ में धन नहीं रुकता तो आपको अपने घर के दक्षिण-पूर्व दिशा क्षेत्र से नीला रंग हटाने की जरूरत है। इस दिशा में हल्का नारंगी, गुलाबी रंगों का प्रयोग करें।
रिश्तों में मधुर संबंधों के लिए अतिथियों का स्थान या कक्ष उत्तर या पश्चिम की ओर बनाना चाहिए। इससे रिश्तों में मधुर संबंध बने रहते है।
जो स्त्री शनिवार को चमेली के तेल का दीपक जलाकर ‘श्री सुन्दरकाण्ड’ का पाठ करती है, उसका दांपत्य जीवन सुखों से युक्त रहता है।
थोड़ा-सा गुड़ व चने की दाल किसी पीले कपड़े में बांधकर कन्या अपनी ससुराल की दिशा की ओर फेंक दे। इससे कन्या ससुराल में सुखी दांपत्य जीवन में रहेगी।
संतान प्राप्ति के लिए पति-पत्नी दोनों को रामेश्वरम् की यात्रा करनी चाहिए और वहां सर्प-पूजन करवाना चाहिए। इस कार्य को करने से संतान-दोष समाप्त हो जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने बेड के आसपास कभी भी इलेक्ट्रॉनिक चीजें नहीं रखें। ऐसा करने से व्यक्ति को अच्छी तरह से नींद नहीं आती।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूजा पर चढ़ाए गए फूलों को सूख जाने के बाद अगले दिन फेंकना नहीं चाहिए। इन्हें एकत्रित कर सम्मानपूर्वक किसी बहते जल में प्रवाहित करना चाहिए। इसके अलावा आप इन फूलों को किसी गड्ढे में भी दबा सकते हैं।
वास्तु के अनुसार रसोईघर घर के दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाना चाहिए। रसोईघर बनाते समय घर के उत्तर, उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दिशा से बचना चाहिए। रसोईघर में उपकरण भी दक्षिण-पूर्व दिशा में होने चाहिए।
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, सुबह उठकर स्नान करने के बाद ही भगवान की किसी प्रतिमा या मूर्ति को छूना चाहिए। बिना नहाए पूजा घर में जाने का अशुभ प्रभाव पड़ता है और उस घर में मां लक्ष्मी नहीं आती हैं।
तुलसी का पौधा धन और वैभव का प्रतीक होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। मान्यता है कि घर की सकारात्मक ऊर्जा आय वृद्धि के लिए नए मार्ग खोलती है।