गुरुवार के दिन विष्णु भगवान की पूजा-पाठ का बहुत महत्व माना जाता है। इस दिन भक्त, सच्चे मन से विष्णु जी की पूजा करे तो भगवान खुश होकर उसकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं। साथ ही विधि-विधान के साथ पूजा करने से व्यक्ति को जीवन के सभी संकटों से छुटकारा मिलता है। माना जाता है इस दिन विष्णु जी की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
यदि आप गुरुवार को पीपल में सादा जल चढ़ाकर घी का दीपक जलाएं तथा शनिवार को गुड़ तथा दूध मिश्रित जल पीपल को चढ़ाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं तो आप कभी भी आर्थिक रूप से परेशान नहीं होंगे।
वास्तु की अनुसार बच्चों के कमरे में नीले, गुलाबी, या हरे रंग के पर्दे लगाने चाहिए। ये रंग शांति व अच्छी सेहत की निशानी माने जाती है, और इससे बच्चों का मन भी पढ़ाई में लगा रहता है।
शुक्रवार शाम को शुद्ध देसी घी का दीपक घर के ईशान कोण में जलाएं। इस दीपक में थोड़ा सा केसर डालें और रूई के स्थान पर लाल रंग के सूती धागे का प्रयोग करें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होगा और इससे घर के सदस्यों में मधुरता आएगी और मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
अगर आप किसी काम से बाहर जा रहे हैं और उसमें सफलता पाना चाहते हैं, तो उसके लिए रात को तांबे के पात्र में शक्कर और पानी घोलकर रख दें। इसके बाद अगले दिन सुबह घर से निकलने से पहले वो पानी पी लें। ऐसा करने से व्यक्ति को कार्य में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
अगर कोई रोग परेशान कर रहा है या फिर अचानक से संकट आ गया है तो एक पानीदार नारियल को मंगलवार या शनिवार के दिन अपने ऊपर से 21 बार वारकर किसी धार्मिक स्थान की आग में डाल दें। आप अपने साथ-साथ अपने पूरे परिवार के सिर से वारकर करेंगे तो और भी उत्तम रहेगा। इसके साथ ही हनुमान जी को लाल चोला चढ़ाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
यह हनुमान जी का अत्यंत ही कल्याणकारी और दिव्य मंत्र है जो कभी असफल नहीं होता कई बार ऐसा देखा गया है कि कई लोग हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक का पाठ हमेशा नहीं कर पाते और जीवन में बहुत समस्या है तो आप रोज सुबह स्नान करने के बाद हनुमान जी की पूजा आराधना करें और उसके बाद ऊपर दिए गए इस मंत्र का 21 या 51 बार नियमित रूप से जाप करें एक बात का ध्यान रखें कि इस मंत्र का जाप मंगलवार या शनिवार से ही शुरू करें। नियमत जाप से आपके जीवन में आने वाली समस्त समस्याओं का नाश होगा।
ॐ सूर्याय नमः मंत्र का जप करते हुए सूर्य को प्रणाम करें और लोटे से सूर्य देवता को जल चढ़ाएं। उगते हुए सूर्य को प्रणाम करने से व उनके दर्शन से हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। हमारी दिनचर्या नियमित बनती है तथा कारोबार में सफलता प्राप्त होती है। प्रातः काल उठकर सूर्यदेव को नमन करना स्वास्थ्य के लिये भी लाभकारी होता है।