खाना खाते समय
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, खाना खाते समय कभी भी जूते-चप्पल नहीं पहनने चाहिए। इसके अलावा, जिनकी वजह से आपको भोजन मिल रहा है, उनका धन्यवाद करना नहीं भूलना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, खाना खाते समय कभी भी जूते-चप्पल नहीं पहनने चाहिए। इसके अलावा, जिनकी वजह से आपको भोजन मिल रहा है, उनका धन्यवाद करना नहीं भूलना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, किसी का भी पेन लेना गलत होता है। इससे जीवन की प्रगति धीमी हो जाती है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सप्ताह के सातों दिनों पर अलग-अलग ग्रहों का प्रभाव होता है। दिन के अनुसार इन देवताओं की पूजा करने से सकारात्मक फल मिल सकते हैं। रविवार को सूर्य, सोमवार को चंद्र, मंगलवार को मंगल, बुधवार को बुध, गुरुवार को बृहस्पति, शुक्रवार को शुक्र, और शनिवार को शनि की पूजा करना श्रेष्ठ रहता है।
मां दुर्गा की पूजा में हमेशा लाल रंग के आसन का उपयोग करना चाहिए। दुर्गा मां की पूजा खत्म होने के बाद इस आसन को प्रणाम करें और इसे लपेटकर सुरक्षित जगह पर रख दें।
नौ दिनों तक घर में मां दुर्गा के नाम की ज्योति जरूर जलानी चाहिए। नवरात्रि में अधिक से अधिक मां के नवार्ण मंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ का जाप करना उत्तम रहता है। इसके अलावा इन 9 दिनों में दुर्गा सप्तशती के पाठ जरूर करना चाहिए। इससे उत्तम परिणाम की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक माता का व्रत रखने से माता रानी की कृपा जल्द मिलती है। अगर यह संभव न हो तो पहले, चौथे और आठवें दिन का उपवास जरूर करें। ऐसा करने से माता रानी प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं।
नवरात्रि में मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का सबसे आसान तरीका है कि नवरात्रि के पहले दिन पूजा स्थान पर मां दुर्गा, लक्ष्मी और मां सरस्वती के चित्रों की स्थापना करें। अब इन्हें फूलों से सजाकर विधिपूर्वक इनका पूजन करें।
हर महीने की पूर्णिमा तिथि को व्रत रखें और पीपल वृक्ष में जल चढ़ाएं। इससे जीवन में शुभता आती है।
घर के मुख्य द्वार को बहुत ही खास माना जाता है। अगर शाम के समय घर के बाहर दीपक जलाया जाए तो जीवन में धन की कभी कमी नहीं होती। साथ ही इससे मां लक्ष्मी भक्तों पर अपनी अपार कृपा बरसाती हैं।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, घर के मुख्य द्वार को हमेशा साफ़ रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि मां की नज़र सबसे पहले घर के प्रवेश द्वार पर पड़ती है। सुबह उठकर सबसे पहले भगवान का स्मरण करते हुए घर का मुख्य द्वार साफ़ करें और उसके आस-पास रंगोली बनाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।