मंदिर में दर्शन करने
सप्ताह में किसी भी एक दिन अपने ईष्ट देव के मंदिर में दर्शन करने जरूर जाएं। इससे आपके मन को भी शांति मिलेगी।
सप्ताह में किसी भी एक दिन अपने ईष्ट देव के मंदिर में दर्शन करने जरूर जाएं। इससे आपके मन को भी शांति मिलेगी।
रूद्राक्ष की माला से प्रतिदिन ठीक सूर्योदय के समय पूर्व की ओर मुंह करके सूर्य की उपस्थिति में गायत्री मंत्र का जाप करने से भाग्य प्रबल होता है।
हर शनिवार को शनि की पूजा करें। यह ग्रहों के न्यायाधीश है। शनि को तेल चढ़ाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि हनुमानजी की पूजा से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
आपको कभी भी क्रिसमस ट्री मुख्य दरवाजे के सामने नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यह एक पेड़ है और वास्तु के अनुसार, यदि आप मुख्य दरवाजे के सामने कोई पेड़ या पौधा रखते हैं, तो यह सकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करने से रोक देता है।
अगर आपके घर में क्रिसमस ट्री रखा है तो इसकी ऊर्जा आपके घर के सभी लोगों के व्यवहार को बदल देती है। अगर आपके घर में किसी बात को लेकर झगड़ा होता है तो क्रिसमस ट्री लाने से सब शांत रहेगा। इसके होने से घर के लोग एक-दूसरे का सम्मान करेंगे और इससे आपस में प्यार भी बढ़ता है।
वास्तु की मानें तो क्रिसमसट्री को समृद्धि का पौधा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस पौधे में धन की देवी लक्ष्मी जी का वास होता है। यही वजह है कि इस पौधे को घर में लगाने से माता लक्ष्मी आकर्षित होती हैं और घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
घर के उत्तर-पूर्व में कभी भी कचरा इकट्ठा न करें और न ही यहाँ कोई भारी सामान और मशीनरी रखें। अपने वंश की उन्नति के लिये घर के मुख्यद्वार पर अशोक के वृक्ष दोनों तरफ जरूर लगाएं।
वास्तुदोष के कारण यदि घर में किसी सदस्य को रात में नींद नहीं आ रही है या स्वभाव चिडचिडा रहता है, तो उसे दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके शयन करना चाहिए। इससे उसके स्वभाव में बदलाव होगा और अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा।
गलत दिशा में रखी गईं धार्मिक पुस्तकें वास्तु दोष का कारण बन सकती हैं। वास्तु के अनुसार धार्मिक पुस्तकों और ग्रंथों को हमेशा पश्चिम की तरफ ही रखें। किसी दूसरी दिशा में, बेड के अंदर अथवा गद्दे या तकिये के नीचे धार्मिक पुस्तकें रखना शुभ नहीं होता।
सुबह घर की सफाई के उपरांत हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिडकाव करें, इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है और शांति भी बनी रहती है।