बुध ग्रह का कारक देवता

श्रीगणेश को ही बुध ग्रह का कारक देवता भी माना गया है। श्री गणेश की बुधवार को पूजन करते समय उन्हें पांच, ग्यारह या इक्कीस दूर्वा चढ़ाना श्रेष्ठ माना गया है। हनुमानजी की तरह गणेशजी भी सिंदूर को पसंद करते हैं। सिदूर ऊर्जा का प्रतीक है और गणपति भी ऊर्जा, बुद्धि व सिद्धि के दाता हैं। उन्हें सिंदूर चढ़ाने के बाद स्वयं भी उससे तिलक करें। इससे व्यक्ति के कष्ट दूर होते हैं और भाग्य का उदय होता है। इससे व्यक्ति अकाल मृत्यु, रोग और अपयश से बचता है। साथ ही उसके जीवन में सफलता आती है।